झूठ और् धोखे की बयानबाजी

 झूठ और धोखे की बयानबाज़ी •~•~•~•~•~•~•~•~•~•~•~•~•

ऐसी कोई डिबेट नहीं देखी सुनी जिसमें तत्कालीन सरकार के सभी मंत्री फ्री राशन और जन धन योजना में सरकारी सहयोग का जिक्र करते नहीं अघाते....अपने ख़र्चों का बैलेंस बढ़ चढ़ कर बताने के लिए उनके पास एक यही काम दिखाई पड़ता है पर ज़मीनी स्तर पर क्या स्थिति है उसकी बानगी देखिए....

मेरी कामवाली अपना बी पी एल कार्ड लेकर  सरकारी दुकान से फ्री राशन लेने जब गई तो दुकानदार ने उसे फ्री राशन देने से मना कर दिया। कहा स्कीम खत्म हो गई। जबकि अभी कल ही 30 नवंबर तक उसके लागू रहने की अवधि निर्धारित हुई है। खैर बेचारी गरीब है तो बाहर ऊंचे रेट पर खरीदने से बेहतर उसे सरकारी कम रेट पर खरीदना लगा तो लेने के लिए राजी हो गई। अब दूसरा कमाल देखिए....वह अपना थैला ले कर गयी थी। लेकिन उससे कहा गया कि उसे साहेबजी की फ़ोटो लगा थैला लेना होगा तभी राशन मिलेगा और वह थैला भी फ्री नहीं उसके 35 ₹ चुकाने होंगे। 

अब इसे क्या कहें ...खाली बड़ी बड़ी बातें और खोखली दिखावेबाज़ी को क्यों नहीं  लोग देख कर भी समझने से अनदेखा कर रहे....!! 

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