Connectivity through mind
Connectivity through mind
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ये क्या है ? ? ......मस्तिष्क के through connectivity ...मतलब no technological support... ये possible है क्या ...अर्थात हम किसी को याद कर रहे हों तो वो हमारे बिना कहे ,बिना बताए समझ जाए...🤔
Technologies को use करना सुविधा है पर उन पर निर्भर हो जाना गुलामी है। जो हमें मानसिक रूप से पंगु बनाता है। इसलिए जरूरी है कि हम अपने अंदर की power को use करें। और उसे connectivity का साधन बनाएं। जैसे कोई भी मोबाइल एक जगह की बात दूसरी जगह पहुंचाने के लिए tower , signl या waves का सहारा लेता है। उसी तरह हम भी एक जरिया बनाते हैं। उस ईश्वर को , जिसके हाथ सबसे बड़ी connectivity है। अतः जब भी कोई संदेश किसी को भेजना हो ईश्वर को माध्यम बनाएं उससे कहें कि प्रभु मेरा ये संदेश उन तक पहुंचाना की मैं ठीक हूँ या मैं बीमार हूँ। जिस व्यक्ति तक संदेश जाना होगा वह अपने आप ये महसूस करने लगेगा कि अमुक या तो ठीक नहीं है या बहुत अच्छे से है। यही है मन का परमपिता से connection। जो दूसरे भौतिक connections से ज्यादा poweful है।
बस शायद हम उसकी power को समझने में थोड़े कमजोर साबित हो रहे। आख़िर ये Telepathy भी तो यही चीज़ है कि एक मस्तिष्क से दूसरे मस्तिष्क तक किसी बात को तरंगों के रूप में भेजना। लेकिन ये भी तो देखिये की ये तरंगे एक से दूसरे में जाती किस जरिये से हैं वह है ईश्वर...वही जरिया है वही waves.
इसलिए कोशिश करके देखिए । ये दो तरह से फायदेमंद है। एक तो ईश्वर के ऊपर विश्वास की बढ़ोत्तरी और दूसरा भौतिक साधनों पर कम निर्भरता...👍
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