Manifestation का सच
Manifestation का सच...!!•••••••••••••••••••••••••••
आजकल जहां देखो manifestation पर बहुत कुछ कहा जा रहा। ये करो , ऐसे करो , ऐसे सोचो , ऐसे ना सोचो , ये नुस्ख़ा आजमाओ वगैरह वगैरह........!! अब बात करके समझते हैं कि आखिर ये manifestation क्या बला है और क्या वाक़ई manifest करने से वह चीज़ वह wish हाँसिल हो जाएगी जो सोची जा रही? ये तो सच सभी को पता है कि हमारे जन्म लेते ही ब्रम्हा जी ने हमारी क़िस्मत लिख दी कब क्या होना है ,कैसे होना ,किसके जरिये होना है ये सब नियत है। पर हमें तो अगले पल का पता नहीं। हम तो वर्तमान में जीते हुए अगले पल के लिए अपनी चाहत की कामना करते हैं। और उसी चाहत को पूरी करने की कामना के लिए किया गया प्रयास manifestation है .......अर्थात उस भविष्य को वर्तमान में जीने का प्रयास करने की ज़िद। अब इसे इस तरह से देखिए कि जो हमारे भाग्य में लिखा है वह तो हम तक आएगा ही लेकिन क्या पता ये भी भाग्य में लिखा हो कि हमारी शिद्दत उसे हम तक लाएगी। जिस तरह किसी परीक्षा को पास करने के लिए पढ़ाई की जद्दोजहद तो करनी होगी। उसी तरह अपनी इच्छा को जी कर ईश्वर को दिखाना होगा कि हम उसमें कितने खुश है ताकि वह जो हमेशा हमारा भला ही सोचता है उस ख़ुशी को हमसे मिलाने के लिए प्रयासरत हो जाये। बस यही है असल manifestation ....हमारी जिजीविषा और हमारी ज़िद जिंदगी में बहुत बड़े बड़े कार्य कर सकती है पर खुद के सामर्थ्य पर विश्वास और परमपिता का सहारा हमेशा महसूस करते रहना चाहिए। अपनी ये इच्छाएं कुछ specific numbers अर्थात 3-6-9 बार लिख कर या मन में बोल कर ईश्वर को याद दिलाई जा सकती हैं। ये भी सोचिए कि उसके पास कितनी बड़ी सृष्टि है चलाने के लिए उसे सिर्फ हमारी ही याद रहे ये तो मुमकिन नहीं इस लिए उसकी याद में बने रहने के लिए कुछ करते रहिए। अपनी जिंदगी के अच्छे पलों की भावी एल्बम उसे दिखाते रहिए। बाकी वो बैठा है ना उसे सच बनाने के लिए ......👍👍
★★★★★★★★★★★★★★★
Comments
Post a Comment