इंसान बन जाऊं :
इंसान बन जाऊं : •••••••••••••••••••
मुझे मेरे मुस्लिम होने पर नाज है
तुझे तेरे हिंदू होने पर नाज है
लेकिन मेरा अल्लाह भी मुझसे नाराज है
और राम तेरा भी तुझसे नाराज है
गुनाह मैंने भी किए होंगे कभी
पाप तूने भी कीये हो शायद कभी
इंसानियत को खोने की सजा शायद
मालिक हम को दे रहा है
ना राम तुझे मंदिर में बुला रहा है
ना खुदा मुझे मस्जिद में बुला रहा है
तो खता मेरी भी उतनी है
और गलती तेरी भी उतनी है
आ वक्त रहते संभल जाए
इंसानियत के धर्म को अपना ले
मैं चाहे उसे अल्लाह कहलू
तू उसे भगवान कहले है तो सब एक ही
हिंदू मुस्लिम को छोड़कर चलो
हम सब मिलकर एक बने नेक बने
सिर्फ भारतीय प्रत्येक बने
अब तू अपने राम को खुश कर
मैं अपने अल्लाह को मनाऊं
इस संकट से मुक्त करो है ईश्वर अल्लाह
अवसर दे में फिर से इंसान बन जाऊं,,,,
साभार : शम्भू पटवा
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