मेरे गंभीर और विचारणीय मुद्दों से जुड़े लेखों से हटकर एक सामान्य सी रोजमर्रा की नोक झोंक से मुस्कराहट बिखेरने का प्रयास ,
पति पत्नी की एक मजेदार नोक झोंक....... !
---------------------------------------------------------------------------------------------
पति : अजी सुनती हो ?
पत्नी : नहीं , मैं तो जनम से बहरी हूँ , बोलो !
पति : मैंने ऐसा कब कहा भाई ?
पत्नी : तो अब कह लो , मन की कोई हसरत
अधूरी मत रहने दो , पूरी कर ही लो।
पति : अरी , भाग्यवान !
पत्नी : सुनो एक बात , आइन्दा मुझे कभी भी
भाग्यवान तो कहना मत , फूट गए मेरे भाग्य
तुमसे शादी कर के और पुकारते हो भाग्यवान !
पति :एक कप चाय मिलेगी क्या ?
पत्नी :एक कप क्यों जी , लोटा भर के मिलेगी और ये
बताओ ,सुना किसको रहे हो क्या मैं तुमको
चाय बना के नहीं देती कभी ?
पति : अरे यार , कभी तो सीधे मुहँ बात कर लिया करो जी !
पत्नी : बस अब आगे कुछ न बोलना। नहीं आता मुझे
सीधे मुहँ बात करना। मेरा तो मुँह ही टेढ़ा है यही
कहना चाह रहे हो न तुम ?
पति : हे भगवान .. !
पत्नी : हाँ , मांग लो भगवान् जी से ही चाय , और सुनो
मैं नहाने चली , बच्चों को स्कूल से ले आना मेरे
अकेले के नहीं है।
पति : अरे ये सब क्या बोलती रहती हो ?
पत्नी : क्यों कुछ झूठ बोला क्या ? मैं उन्हें दहेज़ में ले कर
आयी थी क्या ?
पति : अरे , मैं कहाँ कुछ बोल रहा हूँ तुम तो खामखाह ही ... !
पत्नी :हाँ मेरे भोले बाबा , तुम तो बोलते ही कहाँ हो ? मैं तो
चुप ही थी ,शुरुआत किसने की ? बताओ ?
पति : अरे , मैंने तो सिर्फ एक कप चाय ही मांगी थी !
पत्नी : वाह , चाय मांगी थी या मुझे बहरी कहा था। अजी
सुनती हो से क्या मतलब था तुम्हारा ?
पति : अरे श्रीमती जी कभी तो मीठा बोल लिया करो।
पत्नी : अच्छा , क्या कहा कभी भी मीठा नहीं बोली मैं
तुमसे , ये दो दो नमूने क्या पडोसी से मीठा बोलने
का नतीजा हैं। अब और नहीं मीठा बोला जाता
हमसे ,हिम्मत नहीं रही।
पति : आप भूल रही है मैडम कि मैं आप का पति हूँ।
पत्नी : अच्छा मुझे तो पता ही नहीं था सूचना के
आप का धन्यवाद जी।
पति : अच्छा जी नहीं चाहिए मुझे चाय -वाय ,बस बक बक
बंद करो अपनी।
पत्नी : अरे वाह , तुम्हे बोलना भी आता है। लो चाय
बनाती हूँ तुम्हारे लिए अभी ,पी कर जाओ।
पति : गजब हो तुम भी , पहले तो बिना बात के लड़ती हो
फिर कहती हो चाय पी कर जाओ।
पत्नी : तो क्या करु मैं , तुम लड़ने का मौका ही कहाँ देते हो ?
अब जब मेरा लड़ने का मन करें तो क्या पड़ोसी के
घर जाऊं।
पति पत्नी की एक मजेदार नोक झोंक....... !
---------------------------------------------------------------------------------------------
पति : अजी सुनती हो ?
पत्नी : नहीं , मैं तो जनम से बहरी हूँ , बोलो !
पति : मैंने ऐसा कब कहा भाई ?
पत्नी : तो अब कह लो , मन की कोई हसरत
अधूरी मत रहने दो , पूरी कर ही लो।
पति : अरी , भाग्यवान !
पत्नी : सुनो एक बात , आइन्दा मुझे कभी भी
भाग्यवान तो कहना मत , फूट गए मेरे भाग्य
तुमसे शादी कर के और पुकारते हो भाग्यवान !
पति :एक कप चाय मिलेगी क्या ?
पत्नी :एक कप क्यों जी , लोटा भर के मिलेगी और ये
बताओ ,सुना किसको रहे हो क्या मैं तुमको
चाय बना के नहीं देती कभी ?
पति : अरे यार , कभी तो सीधे मुहँ बात कर लिया करो जी !
पत्नी : बस अब आगे कुछ न बोलना। नहीं आता मुझे
सीधे मुहँ बात करना। मेरा तो मुँह ही टेढ़ा है यही
कहना चाह रहे हो न तुम ?
पति : हे भगवान .. !
पत्नी : हाँ , मांग लो भगवान् जी से ही चाय , और सुनो
मैं नहाने चली , बच्चों को स्कूल से ले आना मेरे
अकेले के नहीं है।
पति : अरे ये सब क्या बोलती रहती हो ?
पत्नी : क्यों कुछ झूठ बोला क्या ? मैं उन्हें दहेज़ में ले कर
आयी थी क्या ?
पति : अरे , मैं कहाँ कुछ बोल रहा हूँ तुम तो खामखाह ही ... !
पत्नी :हाँ मेरे भोले बाबा , तुम तो बोलते ही कहाँ हो ? मैं तो
चुप ही थी ,शुरुआत किसने की ? बताओ ?
पति : अरे , मैंने तो सिर्फ एक कप चाय ही मांगी थी !
पत्नी : वाह , चाय मांगी थी या मुझे बहरी कहा था। अजी
सुनती हो से क्या मतलब था तुम्हारा ?
पति : अरे श्रीमती जी कभी तो मीठा बोल लिया करो।
पत्नी : अच्छा , क्या कहा कभी भी मीठा नहीं बोली मैं
तुमसे , ये दो दो नमूने क्या पडोसी से मीठा बोलने
का नतीजा हैं। अब और नहीं मीठा बोला जाता
हमसे ,हिम्मत नहीं रही।
पति : आप भूल रही है मैडम कि मैं आप का पति हूँ।
पत्नी : अच्छा मुझे तो पता ही नहीं था सूचना के
आप का धन्यवाद जी।
पति : अच्छा जी नहीं चाहिए मुझे चाय -वाय ,बस बक बक
बंद करो अपनी।
पत्नी : अरे वाह , तुम्हे बोलना भी आता है। लो चाय
बनाती हूँ तुम्हारे लिए अभी ,पी कर जाओ।
पति : गजब हो तुम भी , पहले तो बिना बात के लड़ती हो
फिर कहती हो चाय पी कर जाओ।
पत्नी : तो क्या करु मैं , तुम लड़ने का मौका ही कहाँ देते हो ?
अब जब मेरा लड़ने का मन करें तो क्या पड़ोसी के
घर जाऊं।
Comments
Post a Comment