मनु स्मृति का सारांश ...📖

 मनुस्मृति का सार तत्व...📖

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यदि जगत और मानव की उत्पत्ति का सही मायनों में सार समझना हो तो मनुस्मृति को पढ़ना होगा। जिसमें नारायण ने नर से जग और मन से भाव व प्रकृति का निर्माण किया। मूलतः मनुस्मृति में कुल द्वादश (अर्थात बारह) अध्याय हैं जिसमें रचयिता परमपिता ,मानव और प्रकृति के संबंद्धों की शाश्वत कथा है। यदि इसे समझ लिया जाए तो सृष्टि और मानव की उत्पत्ति का सार समझ आ जायेगा।

                       तो चलिए अब अगले बारह अंकों में मनुस्मृति के प्रत्येक अध्याय का सार समझ कर अपने ज्ञान चक्षु को जागृत करेंगे और ईश्वर ने किस जतन और नियमितता से सारी सृष्टि का निर्माण किया इसे संक्षेप में समझेंगे। ये एक प्रयास है अपनी संस्कृति को समझने का और ख़ुद को ईश्वर का आभारी मानने का कि उसने हमें मानवजीव योनि के लिए चुना....🙏🙏

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