John Milton's epic poem "Paradise Lost"
John Milton's Epic Poem
"Paradise Lost" •••••••••••••••••••••••••••••
सत्रहवीं सदी के एक प्रसिद्ध कवि जॉन मिल्टन की ये एक नामचीन रचना है। जिसकी प्रसिद्धि इस हद तक है कि इसे साहित्य में एक मील के पत्थर के रूप में याद किया जाता है । हममें से बहुतों ने ये रचना बहुत बड़ी होने के कारण नहीं पढ़ी होगी। पर ज्ञान सहेजने के लिए इसके बारे में जानना कोई बुराई तो नहीं तो चलिए इस रचना के बारे में जानते हैं। पैराडाइस लॉस्ट में ईश्वर और बुरी शक्तियों के बीच के द्वंद में मनुष्य की स्थिति का वणर्न की व्याख्या है । इस कविता में सबसे पहले प्रस्तावना लिखी गयी जिसमें लेखक स्वर्ग की देवियों से विनती कर रहा है कि मानव के अवतरण के लिए उसके द्वारा लिखी जा रही इस रचना में वो अपना सहयोग और आशीर्वाद बनाए रखे। अब मुख्य कविता का सार समझते हैं आगे कवि उन शैतानों और राक्षसों का जिक्र करता है जिन्हें ईश्वर की सेना और शक्ति ने हरा दिया है। वह सभी बुरी शक्तियां एकत्र होकर योजना बनाती है कि ईश्वर के विरुद्ध वह क्या करें जिससे उसे परास्त कर सकें।इसमें जो मुख्य किरदार है वह है Saton जो कि पहले ईश्वर के साथ रहने वाला एक अच्छी सोच वाला देव था लेकिन बाद में अपनी शक्तियों को और बढ़ाने की चाह में ये evil बन गया तब ईश्वर ने इसे खुद से अलग करके नर्क में भेज दिया। दानवों की इस चर्चा को जो lead कर रहा था उसका नाम Beelzebub था। उसने सबको ये राय दी कि ईश्वर जो अपनी नई रचना पृथ्वी का निर्माण कर रहे उसे ख़राब कर दें और वहां अव्यवस्था फैला दें। Beelzebub का ये सुझाव Saton को पसन्द आ गया और वो पृथ्वी पर जाने के लिए तैयार हो गया। Saton के दो संतानें थी। बेटी Sin (पाप) जो शरीर में ऊपर से तो औरत थी लेकिन नीचे से सर्प जैसी थी और पुत्र death (मृत्यु) । तो दानवों की सहायता से नर्क और पृथ्वी के बीच एक पुल का निर्माण किया गया। इससे God the father को ये आभास होने लगा कि कुछ बहुत बुरा होने वाला है। तब उन्होंने God the son को अवतरित होने को कहा जो कि Jesus के रूप में आये और मनुष्यों के उद्धार के लिए खुद का बलिदान दिया। Saton अपनी योजनानुसार ईश्वर के Paradise में पहुँचा और वहां की भव्यता को देखकर भौचक्का सा रह गया। सब कुछ इतना सुंदर अच्छा और भव्य देखकर और ईश्वर से अपार ईर्ष्या रखने की नियत से उसने उस पैराडाइस को खराब या खत्म करने का निश्चय किया। ऐसे में उसे वहां Adam और eve दिखाई दिए। Adam और Eve ईश्वर के बनाये गए पहले humans थे। उन्हें वहां रहने की पूरी आज़ादी थी। वो Garden of Eden यानी God के पैराडाइस में एक स्थान पर बैठ कर बातें कर रहे थे। Saton को लगा कि यदि वो उनकी बातें सुन लेगा तो उसे पैराडाइस को खराब करने के लिए कोई clue मिलेगा। उसने छिप कर सुनना शुरू किया तो पता चला कि वह fruit of knowledge के बारे में बात कर रहे थे जिससे ईश्वर ने उन्हें दूर रहने की सलाह दी थी। अर्थात वह उस पैराडाइस में चाहे तो कैसे भी रहे कुछ भी करें पर उस fruit of knowledge के पास नहीं जाना और ना ही उसको खाना होगा। ये बात Saton ने सुन ली। Saton को बदला लेने के लिए एक जरिया मिल गया। वह उस समय चला गया और पुनः रात को आया जब दोनों सो रहे थे। उस समय उसका सामना पैराडाइस की army के commander गैब्रियल से होता है। वह heaven और earth के बीच के मार्ग की रखवाली भी करता है। Saton से गैब्रियल का आमना सामना होता है। पर Saton उससे युद्ध करने के बजाए वापस hell में चला जाता है। Eve के सो कर जागने पर उसे ये अहसास होता है कि उसने एक बुरा सपना देखा कि उन्होंने God की किसी आज्ञा की अवज्ञा की है। अर्थात उनके जरिये कुछ बुरा हुआ है। तभी ईश्वर ने भी इस घटना को संज्ञान में लेकर कुछ करने की पहल की। उसने अपने एक Angel Raphel को Adam और Eve के पास भेजा। उन्हें समझाने के लिए। Raphel दोनों के साथ कुछ समय रहा और Adam और Eve को Saton और God के बीच की तमाम बातें बताई कि किस तरह गलत व्यवहार की वजह से Saton को Heaven से निकाला गया है। Raphlel ने ईश्वर की सभी creations की जानकारी उन दोनों को दी। और इन सभी में अपनी सीमा में रहने की सलाह भी दी। Saton पुनः एक सप्ताह बाद फिर से Garden of heaven में आता है। और Uriel नाम की good angel को बेवकूफ बना कर gardan में घुसता है। इस बार वह सांप के रूप में आता है। Adam और Eve heaven में अलग अलग रहकर कुछ कुछ काम करते रहते है। वह उसमें Eve के पास जाकर उसे वह फल खाने के लिए उकसाता है कि मैनें भी चखा है तो तुम भी खा कर देखो। स्वाद और ज्ञान से भरपुर वह फल बहुत अच्छा है। पहले तो Eve को हिचक होती है। फिर वो भुलावे में आकर वह फल खा लेती है और फिर Adam को भी खाने के लिए मनाने की कोशिश करती है। Adam को जब ये समझ आती है कि इस फल को खाने के बाद ईश्वर Eve को paradise से बाहर फेंक देंगे। तो वह भी वो फल खा लेता है ताकि वो दोनों अलग ना हो। इस फल को खाने के बाद दोनों में knowledge आ जाती है। और साथ ही विपरीत लिंग के प्रति lust भी पैदा होता है। जिससे वह शारीरिक संपर्क कर बैठते है। ये ईश्वर के आदेश का उल्लंघन था पर उन्होंने ये Saton के बहकावे में आकर कर दिया। Saton ये सब करवा कर वापस hell चला जाता है। अब Adam और Eve ने ईश्वर की अनिच्छा करके जो गलती की उसका परिणाम सामने आना था। उनके सम्बन्द्ध परिणामस्वरूप Eve को बच्चों को जन्म देना पड़ा और Adam को उनके पालन पोषण की व्यवस्था करना। Saton को अब पता था कि आगे किस तरह स्थिति बिगड़नी है इस लिए उसने अपने दोनो बच्चों Sin और death को earth पर भेज दिया जिससे वहां अराजकता फैले। heaven के angels ने भी पृथ्वी पर आत्मीयता और अच्छे संस्कार की कमी महसूस की। वहां लोग un friendly और मांसाहारी हो गये और विचारों से भी rude हो गए थे। Adam और Eve एक दूसरे को blame करने लगे कि Saton की बातों में आकर फल खाने की गलती से ये समस्या उतपन्न हुई है। Eve ने जब अपनी गलती महसूस की तो उसने sucide करने की कोशिश की। Adam ने Eve को आत्महत्या से रोका और God से माफ़ी मांगने के लिए कहा। दोनों ईश्वर के आगे नतमस्तक होकर रोये और अपनी गलती की माफ़ी मांगी । पर ईश्वर अब उन्हें gardan of Eden में रखना नहीं चाहता था। इसलिए उसने Michael को भेजा कि दोनों को heaven से बाहर निकाल दो। इसने ही Adam और Eve को Paradise lost करवाया और उन्हें earth पर भेज दिया लेकिन इसने उन्हें निकालने से पहले उन्हें उनका future दिखाया । जिसमें उनकी दो संतानों का जिक्र किया । Cain और Able जिसमें Cain ने इर्ष्यावश Able को बाद में मार दिया । Michael ने उन्हें ये बताया कि उनकी गलती की सज़ा उनकी आने वाली तमाम पुश्तें भुगतेंगी। पृथ्वी पर उनके कर्मों की सज़ा अब दूसरे भुगतेंगें जिससे सम्पूर्ण मनुष्य जाति का विनाश तक हो जाएगा। एक भयानक बाढ़ आएगी जिससे सब कुछ खत्म हो जाएगा। बस एक इंसान बचेगा। जिसका नाम Noah होगा। वो अपनी मेहनत से एक बहुत बड़ी सी नाव बनाएगा। उसमें हर प्रजाति के जीव जंतु के एक-एक जोड़े को रखकर वहां से निकलेगा और एक नई दुनिया बसाएगा। उस नई दुनिया में ही जीजस का जन्म होगा । जो earth पर पाप कम करने में मदद करेंगे। उधर Saton और दूसरे सभी शैतानों को सज़ा देने के लिए सर्प बना दिया गया । कविता की मूल भावना यही है कि Adam और Eve को उनके गुनाह के लिए ईश्वर ने Paradise lost करवाया। और उन्हें पृथ्वी पर भेज दिया।
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