सिक्स सेंस को क्यों नहीं सुना जाता

 सिक्स सेंस को क्यों नहीं सुना जाता.....!! ••••••••••••••••••••••••••••••

इंटरनेट और मोबाइल ने बच्चों को बच्चा ना रहने दिया। विकास इस हद तक तो नहीं चाहिए था कि बचपना इस हद तक बड़ा होने की राह पर चल देगा कि वह सब करने पर आमादा हो जाएगा । जो कि एक उम्र हो जाने पर होता है। 

रोजाना बढ़ते बलात्कार इसका सटीक उदाहरण हैं। कल की घटना है। 10वीं की एक छात्रा को उसका एक सहपाठी फ़ोन किया करता था। वह लड़की भी अक्सर उससे बात कर लिया करती थी। कुछ दिनों बाद उस लड़के ने स्कूल छोड़ दिया और अन्यत्र कहीं चला गया। फिर एक दिन उसने छात्रा को मिलने के लिए बुलाया। वह बच्ची गई तो वहां 5-6 लड़के और भी मौजूद थे। सभी लड़कों ने बारी बारी उस लड़की का साथ बलात्कार किया और वीडियो बना लिए जाने की धमकी देकर चुप रहने को कहा। वह लड़की डर गई और किसी से कुछ ना कहा। पर बाद में अभिभावकों को पता चला तब पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। 

इस घटना की तह तक जाने में कुछ बिंदु समझ आते हैं।

★ पहला ये कि स्त्री को ईश्वर ने इतना ग़ज़ब का सिक्स सेंस सौंपा है कि वह पुरुष की मानसिकता भली भांति समझ सकती है। ऐसे में वह लड़की क्या समझ नहीं पा रही थी कि वह लड़का उससे क्यों इतना घुलमिल रहा...? ?

★ दूसरा अगर वह फ़ोन पर उससे बात करती भी थी तो क्या उसने अपनी तरफ से उतनी अनुचित बातें कहीं होंगी जिसके सार्वजनिक होने के डर से वो उससे मिलने को बाध्य हो गई...? ?

★ तीसरा ये कि अगर कोई इस तरह कहीं बुला रहा हो तो क्या माता पिता या किसी अन्य को इस बारे में जिक्र करना जरूरी नहीं समझा ...? ?

★ चौथा अकेले मिलने जाना वह भी किसी अनजान जगह पर क्या ये सही है ..??

★ पांचवा ये कि 10वीं की छात्रा इतनी तो नासमझ नहीं होगी जो थोड़ा बहुत भी नियत ना भांप कर सचेत हो पाई जबकि रोजाना इस तरह की घटनाएं सरेआम हो रहीं...??

इस लेख में युवती पर प्रश्न उठाने की मंशा यही है कि खुद इतना सचेत रहना आवश्यक है कि इस तरह की घटनाओं को सूंघा जा सके। खोजी कुत्ते की तरह अपनी सूंघने की शक्ति को प्रबल रखना होगा। ताकि गलत स्थिति की आवक को महसूस किया जा सके। 7 लड़कों से लगातार बारी बारी बलात्कार होने पर उसकी शारीरिक स्थिति क्या रही होगी..ये उसका शरीर बेहतर समझ रहा होगा। तो इसका जिम्मेदार कौन है..? ?क्या वह लड़के...हाँ मगर क्या लड़की इसकी जिम्मेदारी से अपना पीछा छुड़ा सकती है ? ? नहीं क्योंकि ऐसा हो पाया इसकी जमीन उस लड़की ने ही बनाई। अगर स्त्रियां वो जमीन ही ना बनने दें तो कोई भी पुरुष हाथ क्या भावनाओं से भी आहत नहीं कर सकता। अब जब लड़के उम्र से पहले परिपक्व हो रहे तब स्त्रियों को ही सचेत होने पड़ेगा और ध्यान देना पड़ेगा कि कहां कितनी सुरक्षा और कहां कितना खतरा हो सकता है। 

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