परिवर्तन के साथ सामंजस्य ...😊
परिवर्तन के साथ सामंजस्य …………!
जीवन परिवर्तन का नाम है और निरंतर हो रहे परिवर्तनों को सहजता से स्वीकार कर के ख़ुशी से आगे बढ़ते रहना ही जीवन है। इस का एक उदहारण देखें जब आप सो कर उठते है तब आप को अपनी पहचान पता होती है कि मैं कौन हूँ मुझे क्या करना है कैसे करना है। .... लेकिन दिन के गुजरने के साथ आप अपने आस पास के लोगो के हिसाब से अपनी पहचान या अंदाज बदलते रहते हैं ये एक तरह का परिवर्तन ही तो है। आप कभी भी अपने अतीत में वापस नहीं जा सकते क्यों की आप उस समय जिस तरह के इंसान थे वो आज नहीं है। इस लिए ये भी एक प्रकार का परिवर्तन है। अब सोचना ये है कि इन परिवर्तनों के साथ हम सामंजस्य कैसे बिठाते हैं जिस से ये हमारे लिए painful challenges न बन जाए।
उदाहरण के तौर पर माने एक दिन आप का बच्चा जो कभी भी आप से ऊँची आवाज में बात नहीं करता चीख कर अपनी बात कहता है और अपनी राय पर अमल करने की जिद करता है। इसे आप कैसे स्वीकार करेंगे…? यकीनन आप को बुरा लगेगा। पर इसे ऐसे देखें कि क्या कभी आप ने किसी के सामने ऐसा विरोध नहीं जताया जो आप को छोटा समझ कर नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा हो। इसे एक fighting spirit , growth और freedom की नयी राह समझ कर अपने बच्चे के लिए खुलने का मौका दें। अन्यथा वो एक दब्बू इंसान बन कर रह जाएगा। एक अन्य उदाहरण से समझें ,कि अचानक लगी लगाई नौकरी चली गयी और ये एक बड़ी परेशानी का कारण लग रहा हो। इसे ऐसे देखें कि एक जमी जमाई जगह पर धीमी चाल से आगे बढ़ते रहने की अपेक्षा आप को एक नयी जगह एक ऊँची छलांग माँरने का मौका मिल सकता है। सफलता के खुमार से नीचे उतर कर एक बार फिर beginner के तौर पर खुद को एक नए हौसले के साथ स्थापित करने के मौका मिल रहा है। हो सकता है कि इसी से आप को अपनी जिंदगी एक बार पुनः refresh करने का chance मिल जाए। नए routine नया माहौल एक नयी ताजगी के साथ नए काम में रूचि बनाने के लिए प्रेरित करेगा।
एक और उदाहरण लें। आप ऐसा सोचते हैं कि मेरे पास बहुत कुछ है पर वो है नहीं जो शायद मैं असल में चाहता हूँ। तो इसे आप ऐसे देख सकते है कि जो कुछ आप के पास है वो एक नयी शुरुआत करने के लिए platform का काम कर सकता है asset, passion , idea जब सब एक साथ मिलेंगे तभी कुछ नया जन्म लेगा और वही आप को करना है कि पुरानी बोरियत को नयी रुचियों में बदल कर सब कुछ नया सा बनाना हैं। ये परिवर्तन को स्वीकार करने के कुछ सामान्य नियम है जो हम सभी पर एक सामान लागू होते है जरूरत है इन्हे स्वीकार कर प्रयोग करने की। जिस से मानसिक स्थिरता से हम निरंतर आगे बढ़ सकें।
जीवन परिवर्तन का नाम है और निरंतर हो रहे परिवर्तनों को सहजता से स्वीकार कर के ख़ुशी से आगे बढ़ते रहना ही जीवन है। इस का एक उदहारण देखें जब आप सो कर उठते है तब आप को अपनी पहचान पता होती है कि मैं कौन हूँ मुझे क्या करना है कैसे करना है। .... लेकिन दिन के गुजरने के साथ आप अपने आस पास के लोगो के हिसाब से अपनी पहचान या अंदाज बदलते रहते हैं ये एक तरह का परिवर्तन ही तो है। आप कभी भी अपने अतीत में वापस नहीं जा सकते क्यों की आप उस समय जिस तरह के इंसान थे वो आज नहीं है। इस लिए ये भी एक प्रकार का परिवर्तन है। अब सोचना ये है कि इन परिवर्तनों के साथ हम सामंजस्य कैसे बिठाते हैं जिस से ये हमारे लिए painful challenges न बन जाए।
उदाहरण के तौर पर माने एक दिन आप का बच्चा जो कभी भी आप से ऊँची आवाज में बात नहीं करता चीख कर अपनी बात कहता है और अपनी राय पर अमल करने की जिद करता है। इसे आप कैसे स्वीकार करेंगे…? यकीनन आप को बुरा लगेगा। पर इसे ऐसे देखें कि क्या कभी आप ने किसी के सामने ऐसा विरोध नहीं जताया जो आप को छोटा समझ कर नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा हो। इसे एक fighting spirit , growth और freedom की नयी राह समझ कर अपने बच्चे के लिए खुलने का मौका दें। अन्यथा वो एक दब्बू इंसान बन कर रह जाएगा। एक अन्य उदाहरण से समझें ,कि अचानक लगी लगाई नौकरी चली गयी और ये एक बड़ी परेशानी का कारण लग रहा हो। इसे ऐसे देखें कि एक जमी जमाई जगह पर धीमी चाल से आगे बढ़ते रहने की अपेक्षा आप को एक नयी जगह एक ऊँची छलांग माँरने का मौका मिल सकता है। सफलता के खुमार से नीचे उतर कर एक बार फिर beginner के तौर पर खुद को एक नए हौसले के साथ स्थापित करने के मौका मिल रहा है। हो सकता है कि इसी से आप को अपनी जिंदगी एक बार पुनः refresh करने का chance मिल जाए। नए routine नया माहौल एक नयी ताजगी के साथ नए काम में रूचि बनाने के लिए प्रेरित करेगा।
एक और उदाहरण लें। आप ऐसा सोचते हैं कि मेरे पास बहुत कुछ है पर वो है नहीं जो शायद मैं असल में चाहता हूँ। तो इसे आप ऐसे देख सकते है कि जो कुछ आप के पास है वो एक नयी शुरुआत करने के लिए platform का काम कर सकता है asset, passion , idea जब सब एक साथ मिलेंगे तभी कुछ नया जन्म लेगा और वही आप को करना है कि पुरानी बोरियत को नयी रुचियों में बदल कर सब कुछ नया सा बनाना हैं। ये परिवर्तन को स्वीकार करने के कुछ सामान्य नियम है जो हम सभी पर एक सामान लागू होते है जरूरत है इन्हे स्वीकार कर प्रयोग करने की। जिस से मानसिक स्थिरता से हम निरंतर आगे बढ़ सकें।
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