सरल होता जीवन
सरल होता जीवन : ***************
कितना सरल हो जाता जीवन
जब विकल्प नहीं रहते
चुनाव की फ़िकर से बरी होते
बेवज़ह संकल्प नहीं रहते
जो है जैसा है उसमें ख़ुश होते
मान लेते वो ही अपना है
तनिक में ही खुशियां ढूंढ लाते
ऐसे लम्हें अल्प नहीं रहते
असीमित दायरों को बढ़ाकर
सिर्फ़ सुकून ही गँवाया है
सीमित रहते तो मन के ठहराव
के मुकाम स्वल्प नहीं रहते
बस इतनी सी ही तो बात है कि
संतोष करना सीख लें तो
हमारी भी धैर्यता को विस्तार मिलता
किस्से हमारे गल्प नहीं रहते
कितना सरल हो जाता जीवन
जब विकल्प नहीं रहते...!
~ जया सिंह ~
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