सर्वस्व ना बनना

सर्वस्व ना बनना : 

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कभी किसी का सर्वस्व बनने की इच्छा मत रखना

बस तुम्हारा कोई विकल्प ना हो इतने जरूरी रहना

अक्सर लोग अपने मतलब और हक़ का चुन लेते हैं

बस बेख़ौफ़ खुद को हर वजह से शानदार समझना

भले ही किसी रंग उड़े हुए मील के पत्थर की मानिन्द

दूरियां बताते हुए वर्षों से अपने स्थान पर गढ़े हुए हो 

परंतु दूसरों की राह में अपने होने की अहमियत को

अपनी जिंदगी में साथ चलने वालों की ज़ुबानी कहना

किससे जुड़ना है और किसे छोड़ना है ये जानना होगा

किससे अलग होना है धीरे ही सही ये समझना होगा

कुछेक सबंद्ध साथ चलने के लिए बने ही नहीं होते 

उनका बस तुम्हारी ज़िन्दगी में होने का सबक सहना।

        ~ जया सिंह ~

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