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एक नया प्रारम्भ ,सिर्फ एक प्रण खुद से ………!
क्या कभी हम ऐसा कर पाएंगे कि सिर्फ एक प्रण खुद से करें और ता उम्र उसे निभाने का संकल्प लें। नहीं हम ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि हमने अपने जिंदगी जीने का तरीका इतना लचीला बना रखा है जो समयानुसार और सुविधानुसार बदलता और बढ़ता घटता रहता है। सोचते रहना और कुछ भी न कर पाना ये नियति के कारण नहीं है। जिस दिन हम खुद से किये प्रण पर अडिग हो जाएंगे उस दिन ये देश परिवार समाज और खुद हम एक नयी पहचान के साथ खड़े हो पाएंगे। कभी आप ने ये सोचा है कि क्यों हमारा मन इतना चंचल क्यों है जो हम उसे एक सीमारेखा में रख नहीं पाते। ये सारी समस्या इस मन की ही उपज है। क्योंकि ये ही व्यक्ति को उकसाता है। लेकिन कोई न कोई तो रास्ता होगा जिस से इस मन के ऊपर लगाम कस कर खुद से किये वादे को निभाया जा सकें। आप नव वर्ष के उपलक्ष्य में हर वर्ष कोई न कोई resolution जरूर करते होंगे। और खुद से ये उम्मीद भी करते है कि मै पूरे वर्ष निष्ठां से उसका पालन करूंगा। लेकिन ज्यादा से ज्यादा 2 या 4 माह बाद ही वह आपका खुद से किया वादा धराशायी होने लगता है। ऐसा क्यों ? ऐसा इस लिए क्योंकि आप अपने वादे के प्रति दृढ़प्रतिज्ञ होने के बजाये अपनी जरूरतों के प्रति दृढ़प्रतिज्ञ रहते हैं। जरूरतें समयानुसार बदलती रहती हैं और उनके लिए अपनी जीवनशैली बदल देना सही नहीं है। हर नए वर्ष आप के जीवन में बहुत सारी वस्तुएं जुड़ जाती हैं और धीरे धीरे जिंदगी का हिस्सा बन जाती है। और उन चीजों में समय का बटवारा होने से आप का वादा कही पीछे छूट जाता है जो शायद सबसे ज्यादा जरूरी होता है , आप का आने वाला कल सँवारने के लिए। ऐसा सिर्फ हमारे commitment में कमी से होता है। चलिए एक आसान सा उपाय अपना कर कोशिश करतें हैं और देखते हैं की ये कारगर रहती है नहीं। खुद से कोई वादा करने के बाद आप दो चार दिन तो उसे ख़ुशी से निभा ही लेते होंगे। अब वह दिन आता है जिस दिन आप उसे निभाने से कतरा रहें हो , उस दिन अगले दिन का वादा खुद से करें। अर्थात कोई commitment करने के बाद जिस दिन आप को ऐसा लगे की आज उसे निभाने का मन नहीं है उस दिन बस अगले दिन का वादा मन पर डाल दे कि कल से मैं इसे छोड़ दूंगा। ये कल कल की लत उसे आदत में बदल देगी। ये एक नया प्रण होगा खुद के साथ पर इस से आप के जीवन को एक नयी दिशा मिलेगी। क्योंकि एक समय के बाद उस अच्छी आदत का , आप का जीवन आदी हो जायेगा। जिस तरह कल से rules follow करने का commitment करते है वैसे ही एक बार अपना लेने पर उसे कल से छोड़ने का commitment करें। ये एक नयी शुरुआत है जो आपकी आदतों के साथ जिंदगी को बदल देगी।
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