ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम ....🙋

ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम .......!!
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ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम 
पता है अंत में, एक दिन मरना है ,
फिर भी चलन में दौड़ते रहना है ।

ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम !
पता है रिश्ते हैं , तो टकराव है ,
फ़िर भी बस उन्हीं से लगाव है ।

ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम !
पता है कल न हम, न गिला होगा,
बस कुछ यादों का सिलसिला होगा।

ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम !
पता है कल ,आज को भुलाना होगा।
पर दुख भूल आज मुस्कुराना होगा।

ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम !
पता है जग में सब कुछ मिथ्या है ,
फ़िर भी जतन से जीने की तपस्या है।

ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम !
कल क्या पता नहीं हो ये उजाला 
फ़िर भी दिल में उम्मीदों को पाला ।

ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम !
पता है साँसों की लड़ियाँ चंद है
फ़िर भी जीते रहने में ही आनंद है।

ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम !
पता है परमात्मा पहले व आत्मा बाद है
फ़िर भी मायाजाल में उलझने का उन्माद है।

ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम !
पता है यह जीवन अवसाद है
फ़िर भी स्वीकार ये भौतिकवाद है। 

ए जिंदगी तेरे जज़्बे को सलाम !!
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