हार नहीं मानूँगी मैं ....🙋

हार नहीं मानूंगी मैं .....🙋
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पथरीले रस्तों की ठोकर ,
धूप और तपन की जलन,
जीवन यही है जानूंगी मैं,
हार नहीं मानूंगी मैं।
कोशिशों की बदहाल स्थिति ,
हिम्मत का टूटता हौसला ,
आगे बढ़ने की ठानूँगी मैं , 
हार नहीं मानूंगी मैं। 
हर पल डूबी आशाओं में ,
खोती अपनी सब खुशियां हैं, 
पर ढूंढ के हंसी लाऊंगी मैं ,
हार नहीं मानूंगी मैं।  
सच और झूठ की परीक्षा में ,
अंतरात्मा की छलनी से ,
सत्य हमेशा छानूँगी मैं ,
 हार नहीं मानूंगी मैं। 
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