माँ बेटी की मज़ेदार नोकझोंख 😂
माँ बेटी की मज़ेदार नोकझोंख..... 👩👧😏
•••••••••••••••••••••••••••
बेटी अब बड़ी हो गई है ,
माँ के बराबर खड़ी हो गई।...... 👭
माँ और बेटी की दुश्मनी पुरानी है
कहासुनी और तानों से सराबोर
नोकझोंख भरी कहानी है।...... 🤦🤷
हमेशा की तरह माँ चिल्लाई..
कहाँ की ओर सवारी जा रही है
ये पूछने को आवाज़ लगाई।.......💁🙄
बेटी पलट कर जोर से गुर्राई
आख़िर क्यूँ दूँ हर बार मैं सफाई....😾👩💼
मेरी जिंदगी मेरी अपनी है ,
तू तो कुछ ज्यादा ही वहमी है।...... 🙋🆓
ये सब क्राइम पेट्रोल का असर है
जिसने भरा ज़हर इस कदर है।......🚷❌
माँ भी कहाँ चुप रहने वाली थी
नहले पर दहला देने की उसकी बारी थी। 🔁🆚
चिल्लाकर अपने हक़ का दबदबा दिखाया
कोख से लेकर आज तक के
एक एक पल का हिसाब गिनवाया।....🤰😹
अपने किये के चलते उसकी जिंदगी पर
अपनी हुक़ूमत का लेखा जोखा बताया ।
ऐसे कपड़े क्यों पहनती,क्यों इतना हंसती?...💃😅
क्यों नहीं थोड़ा सीधी साधी बन कर रहती।
बेटी भी माँ के सवाल पर पलटवार ,
हिसाब का जवाब देने को थी तैयार....🆚🔂
बोली , मेरे पैदा होने से मिले हक़ को
मेरे ऊपर ही मत आजमाओ ,
कभी मेरे पैदा होने के कारण को भी
अपने सवालों के लपेटे में लाओ ।....😝😂
तीर अब निशाने से घूम चुका था ,
बेटी खुशी से घूमने की कर रही तैयारी...🔄😉
और अब बेटी के पापा...बेटी की
खामियों की ओढ़ रहे थे जिम्मेदारी।...😂👫
इसे कहते हैं अगली पीढ़ी की होशियारी
दोनों में बाँट दो परवरिश की हिस्सेदारी।...🙋😜
हाहाहाहा............ 😂😂😂😂
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बेटी अब बड़ी हो गई है ,
माँ के बराबर खड़ी हो गई।...... 👭
माँ और बेटी की दुश्मनी पुरानी है
कहासुनी और तानों से सराबोर
नोकझोंख भरी कहानी है।...... 🤦🤷
हमेशा की तरह माँ चिल्लाई..
कहाँ की ओर सवारी जा रही है
ये पूछने को आवाज़ लगाई।.......💁🙄
बेटी पलट कर जोर से गुर्राई
आख़िर क्यूँ दूँ हर बार मैं सफाई....😾👩💼
मेरी जिंदगी मेरी अपनी है ,
तू तो कुछ ज्यादा ही वहमी है।...... 🙋🆓
ये सब क्राइम पेट्रोल का असर है
जिसने भरा ज़हर इस कदर है।......🚷❌
माँ भी कहाँ चुप रहने वाली थी
नहले पर दहला देने की उसकी बारी थी। 🔁🆚
चिल्लाकर अपने हक़ का दबदबा दिखाया
कोख से लेकर आज तक के
एक एक पल का हिसाब गिनवाया।....🤰😹
अपने किये के चलते उसकी जिंदगी पर
अपनी हुक़ूमत का लेखा जोखा बताया ।
ऐसे कपड़े क्यों पहनती,क्यों इतना हंसती?...💃😅
क्यों नहीं थोड़ा सीधी साधी बन कर रहती।
बेटी भी माँ के सवाल पर पलटवार ,
हिसाब का जवाब देने को थी तैयार....🆚🔂
बोली , मेरे पैदा होने से मिले हक़ को
मेरे ऊपर ही मत आजमाओ ,
कभी मेरे पैदा होने के कारण को भी
अपने सवालों के लपेटे में लाओ ।....😝😂
तीर अब निशाने से घूम चुका था ,
बेटी खुशी से घूमने की कर रही तैयारी...🔄😉
और अब बेटी के पापा...बेटी की
खामियों की ओढ़ रहे थे जिम्मेदारी।...😂👫
इसे कहते हैं अगली पीढ़ी की होशियारी
दोनों में बाँट दो परवरिश की हिस्सेदारी।...🙋😜
हाहाहाहा............ 😂😂😂😂
मां बेटी के रिश्ते को मजेदार तरीके से प्रस्तुत किया है।क्या बात है ।बहुत खूब
ReplyDeleteधन्यवाद, ....☺️
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