एक अच्छी सेवा की बेहतर शुरुआत ...👍😊



एक अच्छी सेवा की बेहतर शुरुआत !

ये आप मैं और सभी जानते हैं कि तनाव या चिंता को चिता के समान माना जाता है। अर्थात यदि कोई एक स्वस्थ आदमी भी लगातार तनाव का बोझ सहता है तो वह बिना कोई भी बड़ी बीमारी हुए भी  रोग ग्रस्त हो सकता है या मर सकता है। तनाव के कई कारण हो सकते हैं। इन तमाम कारणों में सब से प्रमुख कारण है दोहरी जिम्मेदारियों का वहन। कोई भी व्यक्ति एक साथ कई जिम्मेदारियों का बोझ उठाते उठाते थक जाता है और यही थकन उसकी चिंता का कारण बन जाती है। आप ने ये महसूस किया होगा कि यदि आप किसी परिस्थिति में बहुत ही दुखी हों और उसी समय आप कोई ऐसा दृश्य देख लें जिस से आप का मन भर आये तो यकायक आप की आँखें द्रवित होकर छलक जाती हैं। ये उस दृश्य का नहीं आप के दुःख का परिणाम है जो आंसू के रूप में उस समय बाहर आ गया। इस लिए चिंता या तनाव आप को कई तरह से खोखला करने की कोशिश करता है। लेकिन कहते हैं न कि जब कोई समस्या उत्पन्न होती है तो उसके समाधान के लिए प्रयास भी खोजे जाते रहते हैं। एक ऐसा ही प्रयास जिसे आज मैंने एक समाचार के जरिये जाना और समझा। ये बेहतर है और अचूक भी। 
               

नौकरीपेशा महिलाऐं के दफ्तर का तनाव उनके घर और परिवार दोनों को प्रभावित करता है।  और इस का कारण है  कार्य स्थल पर पुरुषों का हावी रहना। वे अधिकारी पुरुष जो सिर्फ कार्य के बारे में ही सोचतें हैं और उन्हें एक महिला के ऊपर रखी हुई अन्य जिम्मेदारियों से कोई सरोकार नहीं। ऐसे में ये पुरुषकर्मी यदा कदा ही अपनी महिला  सहकर्मी को काम न करने या समय पर काम न खत्म करने के उलाहने देते रहतें हैं। जिस से वह महिला कर्मी  हमेशा डरी सहमी और तनावग्रस्त दिखती हैं।  इस का परिणाम है उसका मुरझाया चेहरा और भरी हुई आँखे। इस के लिए जापान में एक अच्छी सेवा शरू की गयी है इकोमेसो EKOMESO ……जिस का अर्थ है  "आंसू पोछने वाला एक हैंडसम (handsome ) पुरुष  " . इसे एक क्राइंग थेरेपिस्ट(crying therapist)  के रूप में भी जाना जा सकता है।  यदि महिला तनाव ग्रस्त है और रो नहीं पा रही तो पहले वह आप को इमोशनल विडिओ(emotional video ) दिखा कर रुलाने का प्रयास करेगा।  जिस से आप के मन की भड़ास निकल जाए। और फिर रोती हुई महिला के आंसू रेशमी रुमाल से पोंछ कर उसे किसी अन्य विषय पर भटकाने का प्रयास करेगा। अपनी मखमली आवाज से उसे , उसके और करीब लाते हुए उसकी ख़ुशी और मुस्कान की कीमत बताने की कोशिश करेगा। इस सेवा में जो सबसे महत्वपूर्ण तथ्य शामिल है वह है गोपनीयता। अर्थात अपना दुःख बांटते समय यदि वह महिला कुछ अनुपयुक्त कह भी देती है तो उसे स्वयं तक सीमित रखना और उसे सकारात्मक पहलु में बदल कर उसे समझाना शामिल है। ये एक प्रैक्टिस सेशन( practice session )  की तरह होगा। जिस में ये प्रयास होगा कि महिला सामान्य हो जाए और फिर से अपना काम करने लगे। ये एक अच्छा प्रयास है। कम से कम उन महिलाओं के लिए तो जिन के पास अपना दुःख कहने के लिए कोई नहीं है।  दुःख कहने से हल्का और सुख बांटने से कई गुना बढ़ जाता है। इस लिए यदि आप के पास कोई साथी नहीं है तो इस तरह की सेवाओं की मदद ली जा सकती है। कहते है जहाँ चाह है वहाँ राह है।  ये एक नया कार्य है जिस को अच्छी सोच  के साथ शुरू किया गया। इस कार्य के लिए ली गयी फीस इस की सेवा के आगे कोई मायने नहीं रखती। क्योंकि बदले में सुकून जो हांसिल हो रहा है।   

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