सर्दियों के छोटे छोटे सुख
सर्दियों के कुछ छोटे छोटे सुख : ********************
अलार्म बजने के बाद के वो पाँच मिनट की
नींद के सुकूँ की अलग ही बात है
बस दो पल ही सही रजाई की गर्माहट में
लिपटके पड़े रहने का मज़ा इफ़रात है
दो चुस्की अदरक कालीमिर्च लौंग की चाय
संग हो तो....सर्दी की कहाँ बिसात है
ठंड की ठिठुरन और गर्म दुशाले का संयोग
लगता है हाथों में कोई प्रिय का हाथ है
कुनकुने भुट्टे के नींबू नमक वाले दानों को
चखने में समाया किस कदर स्वाद है
गाजर हलवा मिस्सी रोटी और सरसों साग के
साथ ज़बान के बदलाव की बात है
सर्दियाँ अपने संग ढेरों रुमानियत लेकर आती हैं
जिसमें किसी के करीब होने के जज्बात हैं
~ जया सिंह ~
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