नमक : गुण और विशेषताएं

नमक : गुण और विशेषताएँ                      •••••••••••••••••••••••••••••

चलिए आज भोजन से जुड़ी एक बेहद महत्वपूर्ण चीज़ की चर्चा करते हैं। चाहे लाख मसाले डाल लो पर उसके बिना खाने में स्वाद आ ही नहीं सकता। वो चीज़ है नमक। लेकिन नमक भी कई तरह के आते हैं जिसमें से सेहत और मान्यताओं के हिसाब से चयन करना पड़ता है। जैसे व्रत में सेंधा नमक ही खाते हैं। रोजमर्रा में सादा और काला नमक। पर इनमें क्या अंतर है बहुत से लोग सही से नहीं जानते होंगे......??

नमक हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का एक अहम हिस्सा है. चाहे कोई भी व्यंजन हो, बिना नमक के उसका स्वाद अधूरा लगता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बाजार में मिलने वाले अलग-अलग प्रकार के नमक में क्या अंतर होता है......? ?

खासतौर पर सफेद नमक, सेंधा नमक और काला नमक- ये तीनों ही अलग-अलग विशेषताओं के साथ आते हैं और इनका उपयोग भी अलग तरीकों से किया जाता है. आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से.....

साधारण नमक :

जो सफेद रंग का सामान्य नमक हम रोजाना इस्तेमाल करते हैं, उसे टेबल सॉल्ट या साधारण नमक कहा जाता है. इसे समुद्र के पानी से या नमक की खानों से निकाला जाता है और फिर रिफाइन करके पैकेट में बेचा जाता है. 

इसमें मुख्य रूप से सोडियम क्लोराइड (NaCl) पाया जाता है और कई बार इसमें आयोडीन भी मिलाया जाता है, जिससे शरीर में आयोडीन की कमी न हो।  हालांकि, इसे प्रोसेस करने के दौरान इसमें मौजूद कई मिनरल्स नष्ट हो जाते हैं, जिससे यह कम पोषक हो सकता है.

सेंधा नमक :

(रॉक सॉल्ट) सेंधा नमक को हम अक्सर व्रत के दौरान इस्तेमाल करते हैं. इसे अंग्रेजी में रॉक सॉल्ट कहा जाता है और यह समुद्र के पानी के सूखने से बनने वाले नमक के बड़े-बड़े टुकड़ों से तैयार किया जाता है. यह सफेद, गुलाबी या हल्का ग्रे रंग का हो सकता है. इसमें सोडियम क्लोराइड के अलावा अन्य खनिज तत्व भी होते हैं, जो इसे साधारण नमक की तुलना में अधिक फायदेमंद बनाते हैं. यह पाचन को सुधारता है और एसिडिटी कम करता है. इसमें मौजूद मिनरल्स शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखते हैं. यह ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है. व्रत के दौरान शरीर को जरूरी पोषक तत्व देने का काम करता है.

काला नमक :

(ब्लैक सॉल्ट) काला नमक दिखने में हल्का गुलाबी या गहरा भूरा रंग का होता है. इसका स्वाद हल्का तीखा और गंध तेज होती है, जो इसमें मौजूद सल्फर की वजह से आती है. इसे मुख्य रूप से आयुर्वेदिक दवाओं और चाट-मसालों में उपयोग किया जाता है. यह पेट की समस्याओं को दूर करता है और पाचन को बेहतर बनाता है. एसिडिटी और गैस की समस्या में राहत देता है. इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है, जिससे यह हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए सुरक्षित माना जाता है. यह शरीर में मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने और वजन घटाने में मदद कर सकता है।

जीवन में नमक की महत्ता को देखते हुए ही ना जाने कितने मुहावरे इस पर बनाये गए हैं।

नमक मिर्च लगाना - बात बढ़ा चढ़ा कर बोलना।            कटे पर नमक छिड़कना - दुःखी को और दुख देना ।      नमक हराम - एहसानफरामोश व्यक्ति                            नमक का मोल -  एहसान चुकाना या समझना।            नमक अदा करना - उपकार का बदला चुकाना ।                नमक हलाली - किसी के प्रति वफादारी। 

 इसी तरह के और भी कई मुहावरे रोजमर्रा की बातचीत में उपयोग में लिए जाते हैं। इसीलिए ये मानना सत्य है कि नमक जीवन का एक अति आवश्यक तत्त्व है। जिसके बिना जिंदगी में स्वाद नहीं। 

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