स्त्रियाँ बुद्ध नहीं होती
स्त्रियां बुद्ध नहीं होती :
•••••••••••••••••••••
आध्यात्मिकता का अर्थ ये नहीं कि
एकाकी हो कर दीन दुनिया छोड़ दो
ये भी कदापि नहीं कि जो बंधन
नैसर्गिक हैं उन्हें बेपरवाह तोड़ दो
हर स्त्री गौतम बुद्ध नहीं हो पाती क्योंकि
वो बंधनों में ही ईश्वर की मर्ज़ी मानती है
जीवन ने जो दिया उसे अस्वीकार कर
नई राह चुनने की खुदगर्जी पहचानती है
मौन में भी स्वर की गूंज होती है
जैसे ये इक शाश्वत सत्य है
उसी तरह शून्य का मूल्यहीन
होकर भी ब्रम्हांड में स्थापत्य है...!
~ जया सिंह ~
Comments
Post a Comment