जिंदगी अस्थिर होती है
जिंदगी अस्थिर होती है :
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कभी ये सोचा कि जिंदगी अस्थिर होती है
किसी की बड़ी तो किसी की छोटी होती है
हथेलियों में लिखा हुआ बस खेल है ये सब
तभी तो कोई रेखा पतली कोई मोटी होती है
आज जी रहे यही सच है कल का क्या पता
सभी के भाग्य में नहीं कल की रोटी होती है
सुबह का सूर्य देख लिया ये ईश्वर की दया है
धन्यवाद की अभिलाषा कोटि कोटि होती है
अनिश्चिततापूर्ण जीवन में असमंजस है तभी
आज जी भर जीने की तलब अनूठी होती है
वक्त है ये, रेत की मानिन्द फिसल जायेगा
भर लो हाथों को फिर भी खाली मुट्ठी होती है
मौत का सच स्वीकारना ही एकमात्र सत्य है
बाकी सभी इच्छाएं निराशाएं झूठी होती है
~ जया सिंह ~
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