आज चलो फिर से बच्चे बन जायें ………!
छोटी मोती तकरारों को 
रख कर एक किनारे पर
साफ़ मन और भावना से  
दिल के सब सच्चे बन जायें 
चलो आज बच्चे बन जायें। 
मार पीट और झगड़ा वगड़ा 
करके भी खुश रहें हम, 
भूल के सारे शिकवे गिले  
सब के लिए अच्छे बन जायें 
चलो आज बच्चे बन जायें।
छोटी बातें में बड़ी खुशियां, 
ढूंढे और खुश रहें हम 
जोड़ तोड़ के इस गणित में
उनकी तरह पक्के बन जायें ,  
चलो आज बच्चे बन जायें। 
भूल सकें और याद रखें   
अपने लिए जो अच्छा हो ,
याददाश्त के मामले में 
उनकी तरह कच्चे बन जायें 
चलो आज बच्चे बन जायें। 
मन पर न ले बात कोई 
खेल खेल में भूलें सब 
पल में परिचय हो जाए तो 
अगले ही पल सबके बन जायें 
चलो आज बच्चे बन जायें। 

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