नव वर्ष विशेष

नव वर्ष विशेष 
सपनों और किस्मत से जुड़ा कर्म  ••••••••••••••••••••••••••••••

सभी का पिछला गुजरा वर्ष बहुत सी अच्छी और बुरी यादों के साथ ख़त्म हुआ होगा। अब सभी ये चाहते हैं कि आने वाला वर्ष सिर्फ अच्छा ही गुजरे।  उसमे बुरी यादों के लिए कोई जगह न हो। पर क्या ऐसा संभव है ?  परिस्थितियां हमेशा पक्ष में रहें इस के लिए कुछ छोटे -छोटे  उपाए आजमाए जा सकते हैं जो कि हमारे आचार ,व्यव्हार और परिवार से जुड़े हैं। हर व्यक्ति जन्म के साथ हजारों सपनों के साथ पैदा होता है जो समय के साथ उसके मस्तिष्क में अपनी छवि साफ़ करते जाते हैं। इन सपनों को असलियत में अपनी किस्मत समझना ही सही मायनों में जीना होता है। किस्मत भगवान के द्वारा बख्शी एक नेमत  है। जिसे हम कर्मों से बदल सकते हैं। 
अब उन उपायों पर नजर डालें............. 
★ आप ने यदि अपनी जिंदगी के लिए कोई target  set किया है जो कि आने वाले वर्षों में पूरा होगा तो रोज खुद से ये सवाल कीजिये की उसके लिए आज ……आपने क्या किया। 
★ जो भी कुछ आप के लिए महत्वपूर्ण है उस के लिए आप ने अपने दिन भर की पूरी समय तालिका में से कितना समय दिया है और उसे कितने अतिरिक्त समय की आवश्यकता है ये भी जाने।
★ अपने द्वारा की गयी चूक पर गौर करते रहें जिस से आगे ऐसी संभावनाओं को टाला जा सकें। सामान्यतः हम अपनी सभी गलतियों को गलतियां न मान कर उन्हें अपने दैनिक कार्यों में जगह दे देते है जिस से हमारे आगे होने वाले अच्छे कार्यों पर प्रभाव पड़ने लगता  है। 
★ जिस प्रकार सूर्य की तेज किरणे धरती के लिए वरदान की तरह होती हैं उसी तरह आप का प्रिय यदि आप को कुछ तेजी में समझाए तो उसे भी वरदान ही समझना चाहिए। उसे कटाक्ष के तौर पर न स्वीकार करें। 
★ ख्वाहिशों और इच्छाओं को अपने मन की छन्नी से छान कर प्राथमिकता के आधार पर संचित कर लें और फिर उन्हें पूरा करने का प्रयास करें। 
★ अपने दिन की शुरुआत में शांत और सहज रहने का प्रयास करें क्योंकि दिन की शुरुआत में किया गया control पूरे दिन को control में रख कर positive बनाने का माद्दा रखता है। 
जीवन अनमोल है उसे जीने के लिए आप को स्वयं में कुछ सार्थक बदलाव लाने ही होंगे।  जिस से आप दूसरों के प्रिय बन सकें और जिसे आप चाहते हों वह आप का प्रिय बना रहे।  


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