पानी के कान होते हैं{ { Part-1}
पानी के कान होते हैं..... •••••••••••••••••••••••
पढ़ने में अजीब सा लग रहा है ना। पर ये सत्य है। पानी हमारी सुनता है। सुने को अपने अंदर समाहित करता है और वैसी ही ऊर्जा हमें वापस देता है। एक प्रसिद्ध व्यज्ञानिक डॉ मसारु इमोटो ने पानी की vibration चेक करने के लिए एक परीक्षण किया। उन्होंने कांच के तीन ग्लास में थोड़े थोड़े चावल डाले। और फिर उसमें आधा ग्लास पानी भर दिया।
अब रोज उन glasses को अलग अलग vibes देते थे। एक को रोजाना thank you बोलते। एक को अपशब्द और तीसरे को ignore करते। ये नियम एक महीने तक यूँ ही चलाते रहे। फिर जब महीने बाद सबको check किया तो Thank you वाले चावल एक pleasant aroma के साथ ferment होने लगे। जिनको अपशब्द बोलते रहे वह काले पड़ गए और जिनको ignore किया वह सड़ गए थे। अर्थात जिस पानी में वह चावल भिगोए गए थे वह पानी रोज शब्दों की vibes catch कर रहा था। अच्छी vibes तो अच्छा result खराब vibes तो बुरा result। उन्होंने ये परिणाम तस्वीरों के जरिये दिखाए। जिनकी बनावट में ही रंगों और आकृतियों में अच्छे बुरे का फ़र्क़ नज़र आता है।
तभी तो ये भी कहते हैं कि जब रसोई के लिए पानी भरकर रखो। उसे बस ये कह देना चाहिए कि तुम अमृत हो। तुम्हें जो पियेगा या तुम्हारे जरिये जो भी पकेगा, वह परिवार के सभी शरीरों को सिर्फ लाभ देगा। पानी पीते समय भी गिलास को हाथ में लेकर उसे यही vibes दो कि तुम शरीर के लिए अमृत बन जाओ।
ऐसे ही एक और उपाय...नहाते समय बाल्टी के भरे पानी में ॐ draw कर दें। और ॐ लिखते समय उच्चारण भी कर दें। नहाने का वह जल पावन बन जायेगा। और उससे शरीर स्वस्थ, निरोगी और तेजोमय बन जाएगा।
ये बहुत छोटे छोटे gesture हैं जिनको कर लेने भर से जीवन में बदलाव अवश्यम्भावी है।
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