शब्दों का प्रभाव { Part -2}
शब्दों का प्रभाव.....! ••••••••••••••••••••
लेख के पिछले भाग में हमनें ये पढ़ा और जाना कि पानी हमारी कही बातों को catch करता है। उसी अनुसार react करता है।लेकिन पानी अगर सुन रहा है तो उन शब्दों को ही तो सुन रहा है जो कहे जा रहे। इसका मतलब है कि शब्दों में भी vibrations होती हैं। तभी उनको कहते सुनते समय उनका असर होता है, इस सत्य को भी समझना चाहिए।
मनुष्य का दिमाग़ 70% पानी से बना है। और हम जो भी कहते सुनते हैं। उसे हमारा मस्तिष्क तुरन्त catch करता है। words की vibrations दिमाग़ के molecules को affect करती हैं। वो उसे सुनता है महसूस करता है। कहते तो ये भी है कि जो हम बोल रहे उसे ब्रम्हांड सुन रहा होता है। ये भी एक सत्य है कि हमारा बोला हर शब्द ब्रमांड में भ्रमण करते हुए दूसरे तक पहुंचता है।
तभी तो पुरातन काल में ऋषि मुनि मंत्रों का उच्चारण करते हुए जाप करते थे। ताकि उन मंत्रों की शक्ति आसपास के वातावरण में भी फैले और उनकी vibes से दूसरों को भी लाभान्वित करे। कोई अन्य सुने या ना सुने पर दिमाग़ सबसे पहले कहे को सुनता, समझता है। और फिर शरीर को उसी हिसाब से instruct करता है।
इसलिए समझना सिर्फ ये है कि हम जो भी बोलें सोच समझकर बोलें । क्योंकि हमारा दिमाग़ सबसे पहले उसे सुन रहा। फिर वो शब्द ब्रम्हांड में जा रहे। हमारी नियति और नियत ये दोनों दिमाग और ब्रम्हांड महसूस कर सकते हैं। और जैसी नियत औऱ नियति होगी। परिणाम भी वैसा ही मिलेगा। इसलिए सोच समझकर बोलें और अच्छे परिणाम की उम्मीद बनाये रखें।
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