किनारे बैठकर कोई मोती कैसे पायेगा

किनारे बैठकर कोई मोती कैसे पायेगा :

•••••••••••••••••••••••••••••••••

किनारे बैठ कर कोई क्या हांसिल कर जाएगा

जब गहरी डुबकी लगाएगा तभी रत्न पायेगा

सीप में छुपे हुए असल मोती वही पाता है जो

सागर की तह में अंदर तक डूबकर उतरायेगा

अच्छाइयों से नफ़रत करने वाले गलत होते हैं

बुराई जानकर प्रेम करने वाले ही अपने होते हैं

रुठिये, नाराज़ होइए, ये हक़ है पर कोई रिश्ता

वहीं जिंदा हैं जहां मनाने का हुनर काम आएगा

मासूमियत को छोटा ही रहने दो...तो अच्छा है

उनको बड़ा बनाकर उलझनों में ना उलझाओ

ताक़तवर मान के जिम्मेंदारियों जो दे दी गयी

उन बच्चों को क्या कोई तोहफों से बहलाएगा

सब अपनी जगह सही होने का दावा कर रहे

गलत तो हम साबित हुए हैं ये अब पता चला

हमने खुशामदें करके पहचान नहीं बनाई है

ऐसे में हमें हमारे गुरूर संग कौन अपनाएगा

                     ~ जया सिंह ~

◆●◆●◆●◆●◆●◆●◆●◆●◆





Comments