परिपक्वता की पहचान

परिपक्वता की पहचान :            ••••••••••••••••••••••••

 पके हुए फल की तीन पहचान होती है…

● एक तो वह नर्म हो जाता है...

● दूसरा वह मीठा हो जाता है...

● तीसरे उसका रंग बदल जाता है…

इसी तरह से परिपक्व व्यक्ति की भी तीन पहचान होती है…

★ पहली उसमें विनम्रता होती है…

★ दूसरा उसकी वाणी मे मिठास (मृदु भाषी) होती है...

★ तीसरा उसके चेहरे पर आत्मविश्वास का रंग होता है….. 

उम्र की लम्बाई नहीं गहराई मायने रखती हैं। विचारों में ठहराव, समझ में धैर्य और बोली में मिठास ये टीमों मिलकर किसी व्यक्ति को परिपक्व बनाते हैं। परिपक्वता का अर्थ है कि उम्र के अनुसार वाचालता तो होए पर वह सकारात्मक होए। 

ज्ञानी को समझाया जा सकता हैं। अज्ञानी को भी समझाया जा सकता हैं । परंतु अभिमानी को वक्त आने पर स्वयं ही समझ आती है।

धीरे- धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय।

माली सीचे सौ घड़ा ऋतु आय फ़ल होय ।।

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