अच्छे नियमों और आदतों की दिनचर्या
अच्छे नियमों और आदतों की दिनचर्या...........
उम्र बढ़ने के साथ कुछ आदतें जीवन में ढाल ही लेनी चाहिए। जिससे स्वास्थ्य और मन दोनों बेहतर महसूस करते हैं। कोशिश करके अपनी दिनचर्या में कुछ ऐसे नियमों को ज़रूर शामिल करना चाहिए जिनसे शरीर पर उम्र का प्रभाव कम दिखे। जब बच्चे हो या युवा हो तब तो शरीर ऊर्जा से भरा हुआ रहता है। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ उसमें क्षरण शुरू हो जाता है। इसलिए कुछ आदतों और नियमों को साध कर जिंदगी सरल और सुखमय बनाई रखी जा सकती हैं।
1 - प्रतिदिन तक़रीबन 15 से 30 मिनट टहलने की आदत अपनाएं और टहलते समय मन मस्तिष्क में अच्छे विचार और मुख पर मुस्कुराहट रखें।
2- प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट शांत व चुप बैठ कर खुद से मन ही मन बातें करें। उसे सदैव ख़ुश रहने की सीख दें। खुद की सराहना करते रहें और सदैव अच्छा करने के लिए प्रेरित करें।
3- पुस्तकें ज्ञान का बेहतरीन साधन है। पढ़ने की आदत का विस्तार किजिये और अच्छी पुस्तकों के चयन से विचारों में शुद्धता और ज्ञान भरता है। इसलिए प्रेरक जीवनियां और मोटिवेशनल साहित्य पढ़ना चाहिए। विचारों में शुद्धता और सत्यता आती है।
4- अपनी आयु के ज्यादा के बुजुर्ग और छोटे बच्चों के साथ भी कुछ समय ज़रूर व्यतीत करें। अपनी उम्र के साथ तो जी ही रहे। पर ये साथ अनुभव और बचपना दोनों बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
5- प्रतिदिन आधा से एक घन्टा पेड़ पौधों और प्रकृति के साथ गुजारें। उनको फलते फूलते देख कर मन को प्रसन्नता और सुकून बढ़ता है। प्रकृति निःस्वार्थ खुशी देती है। हरीतिमा आत्मा को शीतलता देती है।
6- प्रतिदिन ख़ूब पानी पिएं और स्वास्थ्यवर्धक चीजें खाएं। जिससे तन और मन दोनों स्वस्थ महसूस करें।
7 -रोज कम से कम तीन बार ये सोचें कि आज मैनें क्या कुछ गलत किया और आने वाले दिन में मैं इन गलतियों से कैसे बचूँ..और साथ ही आज मैनें क्या अच्छा किया, और कल इससे और बेहतर और क्या कर सकते हैं।
8 - प्रतिदिन अपनी रुचि का कोई creative कार्य ज़रूर करें। क्योंकि उसके परिणाम को देखकर मन खुश होयेगा।
9- दिन में जब भी समय मिले ,कम से कम 10 मिनट ॐ उच्चारण अवश्य करें। ये व्यक्तित्व के इर्द गिर्द एक औरा बनाएगा जिससे मन अच्छा महसूस करता रहेगा।
10 - प्रभु को धन्यवाद ज़रूर कहते रहें।अपने जीवन के लिए सुख साधनों के लिए रिश्तों नातों के लिए और खुद के लिए भी।
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