वो आसपास ही है कहीं
वो आसपास ही है कहीं : ••••••••••••••••••••••••
अगर वो कहीं दिखता नहीं
इसका मतलब ये नहीं कि वो है ही नहीं
उसकी उपस्थिति महसूस करने को
चलती हुई अपनी साँसों में उसे ढूंढना कही
कण कण में वो मौजूद है
ये दुनिया उसी के निर्देश पर ही चल रही
भला या बुरा हमारा नज़रिया है
उसको सब पता है कि क्या होना है सही
बेवज़ह व्यथित होकर क्यूं जीना
हर सूरते हाल में उसकी ही मर्जी बह रही
संशय छोड़ जो विश्वास बढ़ाओगे
सृष्टि व प्रकृति भी समर्थन में होएगी स्नेही
संतुष्टि जो अपना ली तो सुकूँ है
हरेक क्षण आत्मा उसका शुक्रिया कह रही
~ जया सिंह ~
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