कुछ रीते मटके

कुछ रीते मटके : 

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"कुछ रीते मटके जब रेत से भर जाएंगे"

तब इन आँधियों के बवंडर थम जाएंगे

ये ओढ़नियाँ पहरेदार बन गई हैं हमारी

बस हम यूँ हाथ पकड़ साथ टिके रहे तो

हमारे जमे कदमों को उखाड़ने वाली इन

बेपरवाह हवाओं के भी पैर उखड़ जाएंगे...!!

        ~ जया सिंह ~

         

प्रसिद्ध अमेरिकी फोटोग्राफर स्टीव मैक्करी का 1983 में खींचा गया एक नायाब चित्र ....स्थान - जैसलमेर

पार्श्व में गहरी आंधी, सामना करती पांच सात औरतें और उन्हें धूल से बचाती उनकी रंगीन खूबसूरत ओढ़नियाँ !!


बेहतरीन चित्र एक उम्दा संदेश देता हुआ....

★ पहला - प्राकृतिक परिस्थितियों को स्वीकार करके जीवन जिया जा सकता है। 

★ दूसरा - संग-साथ हो तो बड़ी से बड़ी समस्याओं का सामना किया जा सकता है ।

★ तीसरा - परिस्थितियों की भयावहता में भी रंग सुकूँ और खुशी फैलाते हैं।

★ चौथा -  जीवन की आवश्यकताओं को पूरी करने की जद्दोजहद से प्रतिकूलता में हिम्मत स्वतः पैदा हो जाती है। 

★पांचवा - सुंदरता सदैव शहरी व बनावटी नहीं होती ।


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